कृति मै सर्वश्रेष्ठ हूंँ – Award Winning Hindi Kavita by Sarika Thakur
“कृति मै सर्वश्रेष्ठ हूंँ” क्यों करूंँ तेरी बराबरी, जब स्वयं ही मैं श्रेष्ठ हूंँ। उस विधाता के सृजन की, कृति मै सर्वश्रेष्ठ हूंँ ।। है तुझे अभिमान अपने जिस अस्तित्व का । वह भी एक उपहार है, मेरे ही कृतित्व का।। करके यूंँ अपमान, आज मेरे आंँचल का। बन रहा स्वयं ही अहंकारी, अपने ही […]