रे बदरा लेकर आ सन्देश – Prem Geet – By Pt Utkarsh Chaturvedi (Kavitalay Member)
प्रेम गीत (श्रृंगार रस) आँखें क्यों सटती नहीं लगतें पलक ना रात। क्यों साजन कि चिंता लगी, जानें क्या है बात! वैसे तो साजन हैं हमारें, एक लाखों में एक रे बदरा लेकर आ सन्देश, रे जा जा लेकर आ संदेश..। कर्म बनें तो सब बने खेत बारी खलिहान देख ज़रा तू मुझे बता दें, […]