किसी का खयाल तुम्हारे जेहन में जब ठहरने लगे – Poem – By Tushar Srivastava (Kavitalay Member)
किसी का खयाल तुम्हारे जेहन में जब ठहरने लगे कहो ये दिल से उसी दिन से वो सम्भलने लगे। वो एक शख्स जो सामने हो तो खुश होऊँ मैं अश्क आ जाएं गर सपनों में भी बिछड़ने लगे। अभी देखा ही कहाँ उसका हुनर तुमने ऐ लोगों वो जरा जुल्फें गिरा दे तो शाम ढलने […]